ADD

तुम कहो तो ......


तुम कहो तो ......

तुम कहो तो
आप के लिए हम समाचार बन जायें
घघुति बनकर
ये पहाड़ उड़ उड़ जायें
तेरे आने की खबर सुनायें
आप की खातिर
ढोल दामों बजायें
माशों बाजों की सुरीली धुन पे
चलो गढ़वाली गीत गायें
देली आप की
हम फूलों से सजायें
तुम कहो तो
आप के लिए हम समाचार बन जायें
वहीँ पास बैठी होगी
तेरी बोई ब्वारी भूली
तेरे इंतजार में
उनके आँसूं में
आप की हंसी को फैलायें
मंगल गीत का
आप के लिए तिलक लगायें
दीपक की ज्योत
में संग चलो दीपवाली बनायें
छूटे नन्हों के साथ
बूढ़ों को खिल खिलायें
चलो पहाड़ जायें
तुम कहो तो
आप के लिए हम समाचार बन जायें
सूखती नदियां
बिलखते खलिहान
रोता पहाड़
भूखा गढ़वाल
पूरी तरहं खाली होने से पहले
चलो उस रिक्त स्थानो में
आप की पूर्ति कर दें
इस को आपकी
स्फूर्ति दे दें
छूट ते सांसों को
चलो जिंदगी दे दें
तुम कहो तो
आप के लिए हम समाचार बन जायें

एक उत्तराखंडी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ