ADD

देबता जंदु च



देबता जंदु च

जो भी बुरो-भलो च देबता जंदु च
मनखी कु जीकोडी मा कया च देबता जंदु च

यु सर्ग-ऊ-नर्क च देबता जंदु च
मन कू भित्र-भैरी कया लुक्युं च देबता जंदु च

जैकी वख क्वी परति कि नि आंदु
ऊ ठौर कख च देबता देबता जंदु च

पाप पुण्य थे आपल क्द्गा ही लुकैई
देबता थे पता च देबता जंदु च

ये घाम- छैलू देखा ये सुबेरे-ब्योखों देखा
किले सब यख हुनु च देबता जंदु च

भाग्य कू नौ थे त सब जणदा छन तरी
भाग्य मा कया लिख्युं च देबता जंदु च

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ