ADD

बस जिंदगी है ....इतनी


बस जिंदगी है ....इतनी
अभी थी और अभी नहीं
फिर क्या तू और क्या मैं
सब एक ही धुएँ की लड़ी

ध्यानी
बालकृष्ण डी ध्यानी
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