ADD

बहुत कम लोग होते हैं


बहुत कम लोग होते हैं

बहुत कम लोग होते हैं
जो दूसरों के दुःख में रोते नहीं
तब वो हमदर्द हो जाते हैं

उनकी तकलीफ
उनको अपनी लगती है
तब वो हम पथ हो जाते हैं

यातना में आँसूं गिरना
ये तो सब में आम बात है
तब वो उन्हें टिप जाते हैं

फर्क बस इतना
उन में और बस हम में है
हम भूल जाते है वो काम कर जाते है

बिना किसी लोभ के
वो सत्कर्मी अपने मार्ग में
जीवन के लिये धन्य हो जाते हैं

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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