ADD

भाग३० घपरोल

भाग ३०

सुबेर-सुबेर घपरोल

" आजो गढवालि चुटकला" "

श्रीमान जी," अरे यार गाड़ी खराब च बल ।स्यू त्यार धर्मू बुनु। मि सब्जी लिणा जाणू साइकिल मा। वू पंप कख च । हवा भुन छ्याई जरा।"
श्रीमती जी,_" मि नि पता। वीं पातर पुष्पा बौ घार जावादि। ज्वा रोज तुम पर हवा भरणि रैंद। त साइकिल पर नि भौरि सकदि।"
श्रीमान जी,_" हे भगवान" ।

विश्वेश्वर प्रसाद-(सिलस्वाल जी)

Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ