भाग१२
सुबेर-सुबेर घपरोल
" आजो गढवालि चुटकला" "
जनानि, " इना सुणौ जी। सर्रा दुन्या झण्डा फैरिक स्वतन्त्रता दिवस मनादीं। तुम किले नि मनांद।"कजै ," ब्यौ से पेलि मनांद छाइ। पर ब्यौक बाद मि फिर गुलाम ह्वै ग्यूं त मेखुणि क्यांक स्वतन्त्रता दिवस। "
जनानि, " इना सुणौ जी। सर्रा दुन्या झण्डा फैरिक स्वतन्त्रता दिवस मनादीं। तुम किले नि मनांद।"
कजै ," ब्यौ से पेलि मनांद छाइ। पर ब्यौक बाद मि फिर गुलाम ह्वै ग्यूं त मेखुणि क्यांक स्वतन्त्रता दिवस। "
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