भाग१५
सुबेर-सुबेर घपरोल
" आजो गढवालि चुटकला" "
सुमन गौड़," कन बिजोग प्वाड़!ब्यौला त निपट खरड़ू च। तुमन झूठ बोलि कि वैक एक लटलू सफेद नि च। अब मेरी भुलि क्या कारालि!"भगवान चंद," मिन झूठ कख ब्वाल। देखि ली एक भी बाल सफेद नि। अब स्यालि क्या कारालि ? मतबल ! त्यार सी तरां म्यार छुपा नि पकाडालि । मुण्ड मलासालि हौर क्या?"सुमन गौड़," हैं " ।
सुमन गौड़," कन बिजोग प्वाड़!ब्यौला त निपट खरड़ू च। तुमन झूठ बोलि कि वैक एक लटलू सफेद नि च। अब मेरी भुलि क्या कारालि!"
भगवान चंद," मिन झूठ कख ब्वाल। देखि ली एक भी बाल सफेद नि। अब स्यालि क्या कारालि ? मतबल ! त्यार सी तरां म्यार छुपा नि पकाडालि । मुण्ड मलासालि हौर क्या?"
सुमन गौड़," हैं " ।


0 टिप्पणियाँ