भाग ३४
सुबेर-सुबेर घपरोल
" आजो गढवालि चुटकला" "
श्रीमान जी," अरे कख छै। एक कूऽला चा बणै। मोरि ग्यूं मि जाड्डू न वे थाना मा।'श्रीमती जी," तुम क्या माख माना छ्याइ वख। हमारु धरमू त राति ग्यारह बजि हि वापस ए ग्याइ छ्याइ।"श्रीमान जी," कख च वू त्यार धरमू। वैक कपाल फुड़दू मि ये लाठन।"श्रीमती," वू त आफिस भागि ग्याइ । पर तुमन क्या कारि जू वै ते छोड़िक पुलिस न तुमतें बंद कारि।"श्रीमान जी," जादा बकबास नि कैर तू बि। परसि तेरी साड़यू खरिदनो चक्कर देर नि व्है ग्याइ छै त राति नौ बजि वापस आंद दफै एक कार पर साइड मारि भागि छ्याइ हम।'श्रीमती," पूरु रामलीला नि दिखाव अब।दशहरा बि खत्म ह्वै ग्याइ । सीधा बतौ । क्या ह्वाई।"श्रीमान जी," सी०सी०टी०वी देखिक एक छोरिन पुलिस मा रिपोर्ट लिख्याइ। एक्सीडेंट कु। गाड़ी फोटो साफ च पर ड्राइवर चेहरा नि दिखेणु।"श्रीमती जी," पर तुमतें त गाड़ी चलाण हि नि आंदि। तुमतें किले पकड़?"श्रीमान जी," सब तेरि धरमू करामात च। येन ब्वाल कि म्यार बुबा चलोणु छ्याइ गाड़ी । आफ भागि आइ ग्या अर मिते फसैं ग्याइ।श्रीमती जी ," फिर ।"श्रीमान जी," फिर त्यार कपाऽल। मिन बि बोलि द्य्याइ कि मेरि जनानि चलाणि छै मि मा त लाइसेंस बि नि। अब त्वे ते पकड़ि लि जाऽल पुलिस ।"श्रीमती जी," कन बिजोग प्वाड़। म्यार नाम तुमन किले लग्याइ। मि मा कख च लाइसेंस। अब मिन क्या कन।"श्रीमान जि,_ " अब मि क्या पता। जन मिते बखलांदि वनि पुलिस तैं बि रिबड़े देन । स्यू त्यार बेलन हथियार नि। वै तैं लि जैन । जू कुछ करदि तू जाणि अर् त्यार धरमू। "श्रीमती जी," मि अगर बंद ह्वाई त। मिन तुम बि नि छुड़न । दगड़ि नि लिग जेल त देखि लेन । "
श्रीमान जी," अरे कख छै। एक कूऽला चा बणै। मोरि ग्यूं मि जाड्डू न वे थाना मा।'
श्रीमती जी," तुम क्या माख माना छ्याइ वख। हमारु धरमू त राति ग्यारह बजि हि वापस ए ग्याइ छ्याइ।"
श्रीमान जी," कख च वू त्यार धरमू। वैक कपाल फुड़दू मि ये लाठन।"
श्रीमती," वू त आफिस भागि ग्याइ । पर तुमन क्या कारि जू वै ते छोड़िक पुलिस न तुमतें बंद कारि।"
श्रीमान जी," जादा बकबास नि कैर तू बि। परसि तेरी साड़यू खरिदनो चक्कर देर नि व्है ग्याइ छै त राति नौ बजि वापस आंद दफै एक कार पर साइड मारि भागि छ्याइ हम।'
श्रीमती," पूरु रामलीला नि दिखाव अब।दशहरा बि खत्म ह्वै ग्याइ । सीधा बतौ । क्या ह्वाई।"
श्रीमान जी," सी०सी०टी०वी देखिक एक छोरिन पुलिस मा रिपोर्ट लिख्याइ। एक्सीडेंट कु। गाड़ी फोटो साफ च पर ड्राइवर चेहरा नि दिखेणु।"
श्रीमती जी," पर तुमतें त गाड़ी चलाण हि नि आंदि। तुमतें किले पकड़?"
श्रीमान जी," सब तेरि धरमू करामात च। येन ब्वाल कि म्यार बुबा चलोणु छ्याइ गाड़ी । आफ भागि आइ ग्या अर मिते फसैं ग्याइ।
श्रीमती जी ," फिर ।"
श्रीमान जी," फिर त्यार कपाऽल। मिन बि बोलि द्य्याइ कि मेरि जनानि चलाणि छै मि मा त लाइसेंस बि नि। अब त्वे ते पकड़ि लि जाऽल पुलिस ।"
श्रीमती जी," कन बिजोग प्वाड़। म्यार नाम तुमन किले लग्याइ। मि मा कख च लाइसेंस। अब मिन क्या कन।"
श्रीमान जि,_ " अब मि क्या पता। जन मिते बखलांदि वनि पुलिस तैं बि रिबड़े देन । स्यू त्यार बेलन हथियार नि। वै तैं लि जैन । जू कुछ करदि तू जाणि अर् त्यार धरमू। "
श्रीमती जी," मि अगर बंद ह्वाई त। मिन तुम बि नि छुड़न । दगड़ि नि लिग जेल त देखि लेन । "


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