भाग ९८
सुबेर-सुबेर घपरोल
"सुबेर-सुबेर घपरोल"
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श्रीमान जी," ब्यालि ब्याखुनि म्यार त ज्यू बुलणू छ्याइ कि वे वाई फाइ डब्बा न बरमण्ड फोड़ि द्य्यूं।
श्रीमती जी," कैक बरमण्ड ?
श्रीमान जी," त्यारु अर् कैकु?
श्रीमती जी," वीं आपरु पातर पुष्पा बौक बरमण्ड फ्वाडिद जेन तुमतैं पटवारी मा पिटै आल छै गौं मा.
श्रीमान जी," बौ किलै? काम बिगाड़ि तू। अर लड़ै कौर मि बौ दगड़?
श्रीमती जी," मिन क्य काम बिगाड़. तुम जन बेरोजगार आदिम तैं दस दफै चा पिलाणू छौं.म्यार हि सी नि रै क्वी?
श्रीमान जी," ब्यालि म्यार लाइव कार्यक्रम छ्याइ डा०कविता शैलपुत्री ,गढ़वाल विश्वविद्यालय दगड़ अर तू वाई फाइ पासवर्ड बदलि धरमूक गाड़ी मा सैर करणु भागि गै. पंद्रह मिनट देर से व्हाई कार्यक्रम . अधा दर्शक बि भागि गैन। वू त फून पर धरमू तैं पूछ त कार्यक्रम शुरु कार।
श्रीमती जी," मितै जादा नि समझो. अजक्याल बल लोग फेसबुक हैक कैरि दिंदान . त बल पासवर्ड बदलणू रैण चयेंद. तबि बदल मिन.
अजक्याल भलै जमानु नि रै।
श्रीमान जी," पूरी क्लास लि ब्वारी मान पैलि. मोबाइल चलाणौ क्या सिखै बेटिन त्वै कि तू आफतें साफ्टवेयर इंजिनियर समझणि ब्वारी बरोबर। अरे आपर फेसबुक पासवर्ड बदलण छै न कि वाइ-फाइ कू।
खबरदार जू अगलि दिन बिटी गड़बड़ कार।
श्रीमती जी,"पैंसा त म्यार धरमू ही दिंद न वाइ-फाइ . तुम किलै ताणि दिंदो. वै ते आफिस बिटी मिलद।तू हि त छै वख अमिताभ बच्चन जीक तरां । जू करोड़ो कमाणो व्हैल लाइव कैरिक।
श्रीमान जी," अब यखमा पैंसो बात कख बिटी आई।
सर्रा जिंदगी त तै पर बरबाद कैरी. अब रिटैर व्हैक मिखुणि बेरोजगार बुलणि।
श्रीमती जी," जादा भाषण नि द्य्याव हाँ। कै दिन तुमार लाइव प्रोग्राम मा पोल पट्टी खोलि द्य्यूल डा० अग्रवाल सि जनानि तरां "घर आओ तुमारी ऐसी तैसी करती हूँ। " जन विन ब्वाल. मि लाइव मा हि कैरि द्य्यूल !हाँ।
श्रीमान जी," मि दूध लैणा जाणु। पर मिन त कुछ नि बोलि. . . .
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