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क्या व्हाई मिते Gharwali Poetry What Happend ..By...Balkrishna Dhyani


क्या व्हाई मिते

क्या व्हाई मिते कुच नि पाता
क्या वै गे व्हाळु मैसे खता
जोड सिलें मिन खुटि बान
झट रौडि गे वा क्ख बता
हिटद हिटद क्ख ऐग्युं
उकाळी तराई जा बिरदियूं मी
होश नि रैई सुदबुद ख्वाई
टक्कों न बळ इन दौडेई
जानकारी छै क्या हुणु च
उगियूं सूरज ज्ब डुबणु च
कख अग्ने अब हिटयुं मी
हिटयुं बाटु ज्ब खुद वै गे लापता
डाली-बोटि याद आणि च
बैठि दुईयां कथा लगाणि च
वोंकी कथा मा मि कखि नि छु
स्वचि ज्ब मिळ
मि अप्डी कथा मा भि नि छु
क्या व्हाई मिते ...
© बालकृष्ण डी. ध्यानी
बालकृष्ण डी ध्यानी
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