पहला प्यार
वो पहला पहला प्यार है .......
कैसा अहसास है
कैसे कंहों .........
की मुझको तुमसे प्यार है ..........(२)
वो पहला पहला प्यार है .......
कैसा छ्या खुमार है
कैसे कंहों .........
की मुझको तुमसे प्यार है ..........(२)
अजब सुबह
अजब शाम
अजब सी रात है
छ्या सरुर
दिल बेताब है
कैसे कंहों .........
किसका इन्तजार है ................(२)
वो पहला पहला प्यार है .......
धड़कन है तेज
साँस परवाज है
मन उड़ रहा कंही
तन बेकरार है
ये हो रहा पहली बार है
कैसे कंहों .........
क्या होआ मुझे आज है ................(२)
वो पहला पहला प्यार है .......
कैसा अहसास है
कैसे कंहों .........
की मुझको तुमसे प्यार है ..........(२)
वो पहला पहला प्यार है .......
कैसा छ्या खुमार है
कैसे कंहों .........
की मुझको तुमसे प्यार है ..........(२)
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ