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बाहों के वो सहारे


बाहों के वो सहारे

बाहों के वो सहारे ... २
बिन तुम्हारे बिन हमारे
बाहों के वो सहारे
रह गये अधूरे से बेसहारे
वो हमारे तुम्हारे किनारे
बाहों के वो सहारे ........

कह ना सके ... २ जो कह ना था
वो लिख ना सके
चलते चलते अकेले ... २ मिल ना सके
वो दूर ही रहे
बाहों के वो सहारे ........ २
बिन तुम्हारे बिन हमारे
बाहों के वो सहारे ........ २

साँसे फंसी है अब ... २ जो अब तक बची हैं
वो थोड़ी सी जमीं
और थोड़ इन्तजार ... २ और बेकरार
वो भुला बिसरा प्यार
बाहों के वो सहारे ........ २
बिन तुम्हारे बिन हमारे
बाहों के वो सहारे ........ २

आंखें भी चुप है वो ... २ नजरें भी चुप हैं
वो क्यों बैठी चुप चुप है
परेशां है वो ... २ ना जाने क्या गम है
वो क्यों इतनी गुमसुम है
बाहों के वो सहारे ........ २
बिन तुम्हारे बिन हमारे
बाहों के वो सहारे ........ २

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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